मोदी सरकार के तीसरे कार्यकाल का पहला बजट कल पेश होने वाला है। इस पर बात करते हुए हिंदुस्तान चेंबर ऑफ कॉमर्स के अध्यक्ष सुशील गाडियां ने बताया कि कृषि के बाद देश में सबसे अधिक 4.5 करोड़ लोगों को प्रत्यक्ष तौर पर रोजगार देने वाले टेक्सटाइल सेक्टर में पिछले कुछ सालों से घरेलू और निर्यात, दोनों ही स्तर पर कई चुनौतियां बनी हुई हैं। सरकार वर्ष 2030 तक घरेलू व निर्यात मिलाकर टेक्सटाइल उद्योग के कारोबार को 350 अरब डॉलर तक ले जाना चाहती है और इस लक्ष्य को हासिल करने के लिए टेक्सटाइल उद्यमी कच्चे माल की सस्ती उपलब्धता, उत्पादन बढ़ाने के लिए इंसेंटिव, भुगतान के नियम में बदलाव, फ्रेट दरों में सब्सिडी, बांग्लादेश और चीन से होने वाले आयात पर नियंत्रण, ग्रीन एनर्जी फंड और सस्ती दरों पर कर्ज चाहते हैं।