तमिलनाडु में रविवार को पारंपरिक 'आड़ि पेरुक्कु' उत्सव मनाया गया। इस अवसर पर विशेष पूजा-पाठ करने के लिए हजारों लोग कावेरी नदी के तट पर इकट्ठा हुए. 'आड़ि पेरुक्कु' को आड़ि 18 के नाम से भी जाना जाता है. ये तमिल महीने के 18वें दिन मनाया जाता है. इस त्योहार पर कावेरी नदी का विशेष महत्व होता है. परिवार में शांति और सद्भाव के लिए महिलाएं इस दिन कावेरी नदी की पूजा करती हैं. तिरुचिरापल्ली में कई नवविवाहित जोड़े और श्रद्धालु श्रीरंगम के अम्मा मंडपम घाट पर इकट्ठा हुए और 'आड़ि पेरुक्कु' से जुड़ी रस्में निभाईं. तंजावुर जिले में तिरुवैयारु शहर के पुष्पमंडपम घाट पर महिलाओं और नवविवाहित जोड़ों ने चूड़ियां, हल्दी, सिंदूर, शीशा और पवित्र धागे चढ़ाए. मयिलादुथुराई में कावेरी नदी थुला कट्टम से होकर बहती है. ये एक पवित्र स्थान है. यहां 16 पवित्र कुएं हैं, जिनका आध्यात्मिक महत्व है.