मदन मोहन मालवीय प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के पर्यावरण विशेषज्ञ प्रोफेसर डॉ. गोविंद पांडेय ने आदिरा की कोशिश को बिजनेस के रूप में नहीं देखना चाहिए.