सवाईमाधोपुर.इस बार जिले में मानसून मेहरबान रहा। झमाझम बारिश से जिले के सभी बांध लगभग छलक गए है। इससे क्षेत्र के किसान खुश नजर आ रहे है। बांधों के भरने के बाद अब किसानों को रबी की सिंचाई के दौरान पानी की किल्लत से परेशान नहीं होना पड़ेगा। ऐसे में किसानों को अच्छी फसल होने की उम्मीद है। वहीं जिले की बारिश का औसत भी पार हो गया है।
वर्तमान में जल संसाधन विभाग के अधीन 15 बांध छलक चुके है जबकि तीन बांधों में भी पानी की आवक जारी है। जिले के सभी बांध अपनी क्षमता के मुताबिक पूरी तरह भर गए हैं। इनके भर जाने से जिले में लोगों को पीने के पानी के लिए भी नहीं परेशान होना पड़ेगा।
तीन बांधों पर भी जल्द चलेगी चादर
वैसे तो जिले 15 बांध लबालब भरकर चादर चल चुकी है और शेष तीन बांध भी लगभग भरने को आतुर है। जिले में बामनवास में मोरासागर बांध 1 फीट दो इंच, भूलनवाला बांध तीन इंच खाली है। वहीं नागतलाई की भराव क्षमता सात फीट है जबकि वह सात फीट ही भर गया है। ऐसे में इस बांध की चादर चलने वाली है।
मानसरोवर बांध की एक फीट से अधिक चली चादर
जिले में मानसरोवर बांध की सबसे अधिक भराव क्षमता है। इस बांध की भराव क्षमता 31 फीट है। वर्तमान में बांध में 31 फीट पूरा भरकर एक फीट एक इंच की चादर चल रही है। वहीं देवपुरा बांध की भराव क्षमता 24 फीट है, जबकि वर्तमान में बांध में 24 फीट दो इंच की चादर चल रही है।
जिले के बांधों पर एक नजर...
बांध भराव क्षमता पानी(फीट)
ढील 16 फीट 17.6
मानसरोवर 31 फीट 31.1
गिलाई सागर 20 फीट 20.2
सूरवाल 15 फीट 15.8
देवपुरा 24 फीट 24.2
भगवतगढ़ 8 फीट 8.2
पांचोलास 12.25 फीट 12.28
मुई 6 फीट 7.3
नागोलाव 10 फीट 10.1
मोरा सागर 18.5 फीट 17.3
नागतलाई 7 फीट 7
चंदापुरा 6 फीट 6.6
मोतीसागर 7 फीट 7.8
बनियावाला 5 फीट 6.5
गण्डाल 9 फीट 10.9
नयातालाब लिवाली 5.50 फीट 5.7
भूलनवाला 8.30 फीट 8
आकोदिया 10 फीट 10.6
इनका कहना है...
बारिश के बाद जिले में 15 बांधों पर चादर चल रही है। तीन बांध भी लबालब भरने वाले है। बांध भरने से रबी फसलों में किसानों को सिंचाई के लिए परेशानी नहीं होगी।
मुनेश कुमार मीना, सहायक अभियंता, जल संसाधन विभाग, सवाईमाधोपुर