जम्मूः जम्मू कश्मीर के कई हिस्सों में लगातार बारिश, भूस्खलन और बाढ़ से काफी नुकसान पहुंचने के साथ-साथ जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है. इस बिगड़ते मौसम का कनेक्टिविटी बढ़ाने वाले प्रमुख पुल, घर, खेत और व्यावसायिक प्रतिष्ठानों पर काफी असर पड़ा है. जम्मू में, सबसे ज्यादा प्रभावित इलाकों में से एक ऐतिहासिक बहू किला है. तवी नदी के तट पर स्थित प्रतिष्ठित हर की पौड़ी मंदिर भी क्षतिग्रस्त हुआ है. बाढ़ के पानी से मंदिर परिसर का बड़ा हिस्सा जलमग्न है और इसके आसपास की संरचनाओं को भी नुकसान पहुंचा है. कई स्थानीय लोग शनिवार को मंदिर परिसर से मलबा हटाने के लिए इकट्ठे हुए थे.
रामबन जिले में राजगढ़ के पहाड़ी दरबाला नटना इलाके में बादल फटने से शनिवार सुबह आई बाढ़ में चार लोगों की मौत हो गई. इस बीच, माता वैष्णो देवी यात्रा शनिवार को पांचवें दिन भी स्थगित रही. इस हफ्ते की शुरुआत में बादल फटने से हुए भूस्खलन के बाद यात्रा रोक दी गई थी, जिसमें 34 लोगों की जान भी चली गई थी. सरकारी एजेंसियों के बचाव और पुनर्वास कार्य जारी हैं.