अंतिम दर्शन के लिए ग्रामीणों की उमड़ी भीड़
त्रिपुरा में देश की रक्षा करते हुए शहीद हुए सीमा सुरक्षा बल के जवान उगराराम पोटलिया का मंगलवार को पैतृक गांव बायतु चिमनजी में सैन्य सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया। शहीद का पार्थिव शरीर गांव में पहुंचते ही लोगों की आंखें नम हो गई तथा परिजनों की चीत्कार से माहौल गमगीन हो गया।
शहीद के पार्थिव शरीर घर पहुंची तो परिजनों की रुलाई फुट पड़ी। वृद्ध माता वीरों देवी, पिता कुंभाराम व पत्नी नेनु देवी का रो-रो कर बुरा हाल हो गया। शहीद उगराराम के दो बेटी व एक बेटा है। शहीद की अंतिम यात्रा में लोगों की भारी भीड़ उमड़ पड़ी। अंतिम यात्रा में “शहीद उगराराम अमर रहे” और “भारत माता की जय” के नारों से वातावरण गूंज उठा। शहीद के पार्थिव शरीर पर राष्ट्रीय ध्वज लिपटा हुआ था जिसे परिजनों को सौंपा गया। चार वर्ष के बेटे टाईगर चौधरी ने शहीद पिता को मुख़ाग्नि दी।
सेना के जवानों ने दो मिनट का मौन रखकर श्रद्धांजलि
शहीद को भाजपा प्रदेश प्रतिनिधि बालाराम मुंढ़, बायतु प्रधान सिमरथाराम बेनीवाल, बायतु चिमनजी सरपंच गोमाराम पोटलिया, हेमजी का तला सरपंच भंवरलाल गोदारा, बायतु उपखण्ड अधिकारी भागीरथ चौधरी, बायतु वृत्ताधिकारी शिवानारायण चौधरी, तहसीलदार रामस्वरूप जौहर, विकास अधिकारी हिमांशु चौधरी, बायतु थानाधिकारी भंवरलाल विश्नोई एवं स्थानीय ग्रामीण राजेश पोटलिया, राजेंद्र पोटलिया ने पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी। गौरतलब हैं कि त्रिपुरा में सीमा सुरक्षा बल की 121वीं बटालियन में तैनात उगराराम पोटलिया का रविवार को निधन हो गया था।