हिण्डौनसिटी.
जन्माष्टमी के एक पखवाड़े बाद बुधवार को जलझूलनी एकादशी पर भगवान कृष्ण के विग्रहों की डोल यात्रा निकाली गई। झालर-घंटों की टंकार और जयकारों के बीच मंदिरों में विराजित ठाकुरजी के चल विग्रहों को डोला में विराजित कर नगर भ्रमण कराया गया। शाम को जलसेन के छत्तूघाट पर डोलों में विराजित ठाकुरजी की पंडित गणेशदत्त शास्त्री के मंत्रोच्चार पर सामूहिक आरती की गई। डोलों को तालाब की सीढिय़ों पर ले जा कर ठाकुरजी का चरण प्रच्छाल करवाया गया। बाद में संध्या आरती से पूर्व ठाकुरजी को मंदिरों के गर्भग्रहों में विराजित किया गया।