ब्रह्मक्षत्रिय खत्री समाज का वार्षिक हिंगलाज महोत्सव सोमवार प्रातः 9 बजे परंपरा और उल्लास के साथ प्रारंभ हुआ। नगर में निकाली गई शोभायात्रा समाज की एकजुटता, धार्मिक आस्था और सांस्कृतिक चेतना का अनुपम प्रतीक रही। हनुमान चौराहे से रवाना हुई शोभायात्रा मुख्य बाजार, गोपा चौक और आसनी रोड से होती हुई गांधी कॉलोनी स्थित हिंगलाज मंदिर पहुंची। घोड़े और ऊंटों पर सवार समाजबंधुओं की अगुवाई में मंगल कलश लिए पारंपरिक परिधान में महिलाएं और बालिकाएं शामिल हुईं। देवी-देवताओं की झांकियों ने दर्शकों को मंत्रमुग्ध किया। नगरवासियों ने पुष्पवर्षा कर स्वागत किया और कई स्थानों पर अल्पाहार व जलपान की व्यवस्था की गई।
तैयारियों में दिखी समाज की समर्पित शक्ति
समाज अध्यक्ष सत्यनारायण दड़ा ने बताया कि आयोजन की सफलता में एकता मंडल, महिला मंडल और हिंगलाज किशोर मंडल का विशेष योगदान रहा। महीनों की तैयारी और समन्वय से यह भव्य आयोजन संभव हुआ। महिलाओं की मंगल कलश यात्रा ने कार्यक्रम को आध्यात्मिक ऊंचाई प्रदान की।
मंदिर में महाआरती और प्रसाद
हिंगलाज मंदिर पहुंचने पर महाआरती और पूजा-अर्चना हुई, जिसमें श्रद्धालुओं ने भक्ति भाव से हिस्सा लिया। समाज भवन में सामूहिक प्रसाद वितरण हुआ। समाज अध्यक्ष ने उपस्थितजनों से लौद्रवा स्थित प्राचीन हिंगलाज मंदिर में दर्शन के लिए जाने का आह्वान किया।
लौद्रवा में मेले की परंपरा जीवंत
लौद्रवा का प्राचीन हिंगलाज मंदिर वर्षों से समाज की आस्था का केंद्र है। यहां प्रतिवर्ष मेला भरता है। इस बार भी बड़ी संख्या में समाजबंधु बसों और निजी वाहनों से पहुंचे। समाज कोषाध्यक्ष मोहनलाल बिछड़ा ने आयोजन में सहयोग देने वाले सभी बंधुओं का आभार व्यक्त किया।